अलीगड (कन्हैया लखेरा ) पंचायत समिति मुख्यालय अलीगढ़ पर आधार कार्ड़ बनने जैसी सुविधा उपलब्ध नही होने से कस्बेवासी व ग्रामीण परेशान हैं व भटकने को मजबूर हैं। जनप्रतिनिधियों व सम्बन्धित अधिकारियों की उदासीनता से कस्बेवासी व ग्रामीण क्षेत्रों के ग्रामीण जरूरी दस्तावेजों में आधार कार्ड बनाने, केवीईसी अपडेट व त्रुटि के शुद्धिकरण करवाने के लिए दूरदराज क्षेत्र के पचाला व शहरों के चक्कर काटने को विवश हैं। तहसील व पंचायत समिति मुख्यालय अलीगढ़ पर सीडीपीओ कार्यालय, सीबीईईओ कार्यालय, सार्वजनिक निर्माण विभाग खण्ड़ अलीगढ़ अधिशासी अभियन्ता कार्यालय, वन-विभाग कार्यालय, बिजली विभाग जेईएन कार्यालय सहित अन्य कई कार्यालय व कई बैंक शाखाएं होने के बावजूद तहसील व पंचायत समिति मुख्यालय अलीगढ़ पर आधारकार्ड़ बनवाने का सेन्टर नहीं है। जिससे आधार कार्ड बनवाने व अपडेट, सत्यापन की प्रक्रिया ठप्प पड़ी है। गत एक वर्ष पहले कस्बा अलीगढ़ के पुराने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवन में आधार कार्ड बनाने आदि कार्य का शुरू हुआ। लेकिन पांच-छह महीने तक चला। इसके बाद आधार कार्ड बनवाने, अपडेट सत्यापन की प्रक्रिया कार्य बंद हो गया। इसके बाद फिर से इस पुराने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवन में आधार कार्ड मशीन शुरू की गई। जो करीब चार-पांच महीने तक चली। इसके बाद आधार कार्ड बनाने की मशीन बंद हो गई। वर्तमान में बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय में विगत एक-डेढ़ माह से आधार कार्ड बनाने की मशीन शुरू हुई। लेकिन वर्तमान में यहां भी लोगों को आधार कार्ड बनवाने, अपडेट, सत्यापन की प्रक्रिया आदि सुविधा का लाभ नहीं मिल रहा है। ऐसे में अलीगढ़ कस्बे सहित आसपास क्षेत्र में ग्रामीण क्षेत्रों के गांवों के लोगो को आधार कार्ड में सीडिंग व दस्तावेजों में आधार अपडेट करवाने के लिए भागदौड़ लगी रहती है। जनाधार में परिवार में केवाईसी में आधार कार्ड में करेक्शन के लिए मशक्कत हो रही है। राशनकार्डों में आधार सिंडिंग नहीं होने से कई लोगों को पात्र होंने के बावजूद भी खाद्य योजना का लाभ नहीं मिल रहा। बच्चों के नए आधार कार्ड नामांकन व कार्य भी अटका हुआ है। आधार कार्ड सेंटर की कमी से कई दूरदराज क्षेत्र पचाला व उनियारा तथा जिला मुख्यालय पर जाने को मजबूर हैं। जिससे स्कूली बच्चों, बुजुर्गों, द्विव्यांंगों व महिलाओं को परेशानी हो रही है। ग्रामीणों का कहना है कि तहसील व पंचायत समिति मुख्यालय अलीगढ़ सिर्फ नाम का ही मुख्यालय रह गया है। यहाँ पर तहसील व पंचायत समिति मुख्यालय जैसी कोई सुविधाएं ग्रामीणों को नही मिल पा रही है। जनप्रतिनिधियों व प्रशासन की अनदेखी के चलते अलीगढ़ पंचायत समिति मुख्यालय पर आधार कार्ड़ जैसा महत्वपूर्ण दस्तावेज भी ग्रामीणों का नही बन रहा है। दूसरी और कई बार शिकायतों के बाद भी ग्रामीणों की इस समस्या पर सम्बन्धित द्वारा कोई ध्यान नही दिया जा रहा है। इससे ग्रामीणों को कभी ई-मित्र केन्द्रों पर तो कभी सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाने पड़ रहे है। समस्या को लेकर जनप्रतिनिधियों व न ही प्रशासन के अधिकारियों के द्वारा कोई ध्यान नही दिया जा रहा।