बनेठा. (महेश त्रिपाठी )ईसरदा बांध डूब क्षेत्र किसानों के खेतों में से मंगलवार को मिट्टी उठाने की बांध निर्माण अधिकारियों की तैयारियां को देखते हुए किसानों में आक्रोश उत्पन्न हो गया है।जिसको लेकर बुधवार को क्षेत्र स्थित मालियों की झोपडियां डूब क्षेत्र के किसान मालियों की झोपडियां मे मिट्टी उठाने के रास्ते पर एकत्र होकर संघर्ष समिति अध्यक्ष जमनालाल माली के नैतृत्व मे धरने पर बैठ गए। रास्ता अवरुद्ध होने से जिससे बांध निर्माण कम्पनी की एन एल टी व अन्य मशीनें आने जाने से रुक गई।सूचना मिलते ही बनेठा थाना प्रभारी रामगिलास गुर्जर, तहसीलदार उनियारा प्रवीण सैनी,ईसरदा बांध निर्माण विभाग पुनर्वास के अधिशासी अभियंता मानसिंह मीणा ,बांध निर्माण संवेदक सहायक प्रबंधक सुनील गौतम सहित अन्य अधिकारियों ने मौके पर पहुंच किसानो से समझाइश की लेकिन पीडित महिला पुरुष किसान धरने से नही उठे।किसानों ने बताया कि पिछले कई महीनो से बांध निर्माण विभाग, जिला प्रशासन एवं किसानों के मध्य वार्ताएं हो चुकी है । जिसमें किसानों को मुआवजा, पुनर्वास सहित अन्य प्रकरणों के निस्तारण का केवल आश्वासन दिया जा रहा है।तथा उचित समाधान के लिए अभी तक कार्यवाही नही हो रही है।जिससे डूब क्षेत्र के किसानो मे रोष व्याप्त है। इस संबंध मे संघर्ष समिति अध्यक्ष जमना लाल माली व किसान पंचायत के युवा प्रदेशाध्यक्ष रामेश्वर चौधरी ने बताया किअभी तक कई किसानो को मुआवजा नही मिला है , जिनको मिला है वह भी पुरानी दर से दिया गया है।जो नियमानुसार सही नहीं है। वही 25 जनवरी,20 फरवरी,21 फरवरी 2024 को जिला कलेक्टर, अतिरिक्त कलेक्टर के समझौता होने के उपरांत भी किसानों के पक्ष में अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई जिससे किसानो का सब्र का बांध टूटने के कगार पर हैं.